अजय और सरीता की कहानी...
ये कहानी सूरत के रहने वाले अजय की हैं अर्जुन अपनी स्कूल पढ़ाई पूरी करके शहर अपनी पढ़ाई पूरी करने गया था अर्जुन अपनी पढ़ाई के साथ अपने घर का भी थोड़ा थोड़ा पैसा कमाके खर्चा चला लेता था ,
अजय अपनी पढ़ाई बढ़े ही ध्यान से करता था अजय ने शहर में अपना रहन सहन भी बदल लिया और अजय कुछ समय अपने दोस्तों के साथ भी कुछ समय बीताता था , अजय को वहाँ के लोगो के बारे में ज्यादा जानकारी नही थी अजय कॉलेज में जाता था तो वो सिर्फ अपनी पढ़ाई करके वापस आ जाता था एक दिन अजय जब कॉलेज गया तो कॉलेज में कैंप का प्रोग्राम रखा गया था अजय ने भी कैंप में भाग लिया कैंपो में अलग अलग ग्रुप रखे गए अजय के ग्रुप में सरीता नाम की एक लड़की थी अजय ने सरीता को जब पहली बार देखा तो अजय सरीता के बारे में सोचने लगा दूसरे दिन जब अजय कॉलेज गया ।
आप अपने घरवालों से इतना प्यार करते हो मुझे ये बात बहुत अच्छी लगी वरना आजकल कोन अपने घरवालों से चाह रखता है मुझे आप बहुत पसंद हो मुझसे शायद कोई गलती हो गयी हो तो माफ़ कर देना तब सरीता ने कहा कि मुझे भी तुम बहुत अच्छे लगते हो मुझे भी आपकी बातें विचार बहुत अच्छे लगते है इतना कहने के बाद सरीता ने अजय के गले लगकर कहा में भी आपसे बहुत प्यार करती हूँ।
सरीता और अजय एक दूसरे से बेहद मोहब्बत करते थे वह एक दूसरे का साथ कभी नही छोड़ना नही चाहते थे अजय और नेहा की पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद दोनों अपने अपने घर जाकर दोनों ने अपने घरवालो को ये बात बताई सरीता के पापा ने कहा तुम सच्च में बहुत समझदार हो बेटी जो तुमने मुझे सब सच्च सच्च बता दिया ,सरीता के घरवालों को इस रिश्ते से कोई एतराज नही था अजय के घरवाले भी मान गए और दोनों की शादी हो गई और दोनों को अपनी जिंदगी की ख़ुशी मिल गयी अब दोनो बहुत खुश थे इस प्रकार अजय सरीता दोनों की प्रेम कहानी पूरी हो गयी।.........
अजय अपनी पढ़ाई बढ़े ही ध्यान से करता था अजय ने शहर में अपना रहन सहन भी बदल लिया और अजय कुछ समय अपने दोस्तों के साथ भी कुछ समय बीताता था , अजय को वहाँ के लोगो के बारे में ज्यादा जानकारी नही थी अजय कॉलेज में जाता था तो वो सिर्फ अपनी पढ़ाई करके वापस आ जाता था एक दिन अजय जब कॉलेज गया तो कॉलेज में कैंप का प्रोग्राम रखा गया था अजय ने भी कैंप में भाग लिया कैंपो में अलग अलग ग्रुप रखे गए अजय के ग्रुप में सरीता नाम की एक लड़की थी अजय ने सरीता को जब पहली बार देखा तो अजय सरीता के बारे में सोचने लगा दूसरे दिन जब अजय कॉलेज गया ।
अजय ने अपना इम्प्रैशन जमाना शुरू किया ...
अजय ने सरिता से बात की , की आप क्या करते हो तो सरीता ने कहा कि में कॉलेज के साथ कॉल सेंटर में जॉब करती हूँ , तो अजय ने कहा कि आप तो बहुत ही अच्छे हो यहां अपना खर्चा खुद ही चला लेते हो तो सरीता ने कहा हा में अपने घरवालो से बहुत प्यार करती हुँ ,मैं अपने घरवालों को कभी दुखी नही करना चाहती हूँ उन्हें मुझसे बहुत उम्मीद हैं अजय की सरीता की बातें बहुत अच्छी लगी फिर सरीता ने भी अजय से पूछा की आप क्या करते हो तो अजय ने कहा कि यहाँ में अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहता हूँ इसलिए यहां पे अपनी पढ़ाई पूरी करने आया हूँ , अजय धीरे धीरे सरीता को पसंद करने लगा अजय ने सरीता की अपना दोस्त बना लिया और अजय और सरीता एक दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त बन गए सरीता को भी अजय अच्छा लगता यह अजय की बातें सरीता को अच्छी लगती थी, अजय सरीता को बहुत अच्छी लड़की समझता था अजय सरीता से बार बार कहता था कि आप सच्च में बहुत अच्छे हो कुछ ही दिनों में वैलेंटाइन डे आया था इस दिन अजय ने सोचा की में सरीता के सामने आज अपने प्यार का इजहार कर देता हूँ ।अजय ने सरीता से अपने प्यार का इजहार कीया ...
अजय जब कॉलेज गया था तो सरीता भी नयी ड्रेस काफी सुन्दर लग रही थी अजय ने सरीता को बोला आज तो आप बहुत अच्छे लग रहे हो आप बहुत ही सुन्दर लग रहे हो सरीता ने भी अजय से खा आप भी अच्छे लग रहे हो अजय ने सरीता से कहा कि में आपसे कुछ कहना चाहता हूँ सरीता ने कहा है बोला ना क्या कहना चाहते हो बोलो तो अजय ने कहा कि आप बुरा तो नही मानोगे ना सरीता ने कहा में तुम्हारी दोस्त हूँ मुझे तुम बोल सकते हो तो अजय ने कहा मुझे नही पता की ये सब सही हे या नही लेकिन में आपसे ये बात कहना चाहता हूँ । आप मुझे अच्छे लगते हो मुझे आपकी बातें बहुत अच्छी लगती है आप और आपके विचार बहुत ही अच्छे हैं में आपसे बहुत प्यार करता हूँ i love you so much ....आप अपने घरवालों से इतना प्यार करते हो मुझे ये बात बहुत अच्छी लगी वरना आजकल कोन अपने घरवालों से चाह रखता है मुझे आप बहुत पसंद हो मुझसे शायद कोई गलती हो गयी हो तो माफ़ कर देना तब सरीता ने कहा कि मुझे भी तुम बहुत अच्छे लगते हो मुझे भी आपकी बातें विचार बहुत अच्छे लगते है इतना कहने के बाद सरीता ने अजय के गले लगकर कहा में भी आपसे बहुत प्यार करती हूँ।
दोनों ने एक दूसरे से सच्चे वादे किए और एक नई जिंदगी शुरू की ....
सरीता अजय के गले लगी तो अजय को बहुत ख़ुशी हुई अजय ने भी नेहा से खा में आपसे बहुत प्यार करता हूँ ,और हमेशा ऐसे ही प्यार करता रहूंगा में आपको बहुत खुश रखूंगा सरीता को ये बातें बहुत अच्छी लगी सरीता अजय से बहुत प्यार करती थी वो उसके बिना रह नही सकती थी।सरीता और अजय एक दूसरे से बेहद मोहब्बत करते थे वह एक दूसरे का साथ कभी नही छोड़ना नही चाहते थे अजय और नेहा की पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद दोनों अपने अपने घर जाकर दोनों ने अपने घरवालो को ये बात बताई सरीता के पापा ने कहा तुम सच्च में बहुत समझदार हो बेटी जो तुमने मुझे सब सच्च सच्च बता दिया ,सरीता के घरवालों को इस रिश्ते से कोई एतराज नही था अजय के घरवाले भी मान गए और दोनों की शादी हो गई और दोनों को अपनी जिंदगी की ख़ुशी मिल गयी अब दोनो बहुत खुश थे इस प्रकार अजय सरीता दोनों की प्रेम कहानी पूरी हो गयी।.........