""अधुरी प्रेम कहानी""
ये कहानी सुरपुर के एक लड़के की हैं जो एक लड़की से बहुत प्यार करता था उस लड़के का नाम अर्जुन था अर्जुन पढ़ाई करता उसने 11th कक्षा पास करके वे बाहर शहर में होस्टल में 12 कक्षा में पढ़ने लगा और कभी कभी वे अपने गांव आता था और 1,2 दिन रुककर वापस होस्टल में जाकर वहां पढ़ाई करने लगा वहां क्लास में उसके साथ पढ़ने वाली कहीं लडकिया उसे पसंद करती थी लडकिया उसे कहती भी थी की तुम हमें अच्छे लगते हो अर्जुन ने भी उनसे दोस्ती कर ली और उनके साथ गूलमिल गया , और उनसे काफी बातें करती था अर्जुन काफी दिनों बाद गांव आया था उसके गांव में दूसरे गांव से आकर एक परिवार वहां रहने लगा वो गांव गया तो वो उसके किसी दोस्त की शादी थी वो शाम को वहां डांस देखने जाता था एक दिन वहां उस परिवार के सदस्य भी आये उस परिवार की एक लड़की को जब अर्जुन ने देखा तो वो उसे फेख्ता ही रह गया दूसरे दिन सुबह वो उसके घर की तरफ गया तो वो लड़की बाहर बैठी थी कुछ दिन ऐसे देखने के बाद लड़की ने भी उसे नोटिस किया ।।
अर्जुन ने नेहा से सच्चा प्यार किया था इसलिए उसने कभी शादी नही की और हमेशा नेहा से फर करता रहा।
प्यार का सिलसिला शुरू हुआ ...
फिर उससे बात करने के बारे में सोचा की में इस से बात करती हूँ ,लड़की ने बाहर आकर उससे कहा कि तुम रोजना यहाँ क्यों आते हो तो लडके ने कहा तुम मुझे अच्छी लगती हो लड़की ने भी कहा कि तुम भी मुझे अच्छे लगते हो तो लड़के ने उसका नाम पूछा यो उसने कहा मेरा नाम नेहा हे तुम्हारा न क्या है तो लड़के ने कहा मेरा नाम अर्जुन है, उनके बिच ऐसी ही कुछ बाते हुई और अर्जुन घर गया और वो बहुत खुश था वो घर जाकर नेहा के बारे में सोचता रहा और उसके सपने देखने लगा और उसीके उसीके बारे में सोचने लगा दूसरे दिन उसके पापा ने कहा बेटा तुम हॉस्टल नही जा रहे हो अर्जुन ने कहा हाँ पापा आज जाऊंगा अर्जुन होस्टल चला गया अर्जुन की कभी कभी नेहा से बात हो जाती थी अर्जुन का मन पढ़ाई में मन नही लगता था वो हर वक़्त उसके बारे में सोचता था वो पढ़ाई करता था तो उसे किताब में भी वो ही वो दिखती थी वो उसके पीछे पागल था वो उसे हमेशा अपने पास रखना चाहता था।नेहा से प्यार करने के बाद सब कुछ बदल गया ...
उसने सभी लड़कियों से बात करना बंद कर दिया अर्जुन के 12th में भी कम नम्बर बने थे फिर वो गांव आया तो सबसे पहले नेहा को देखने गया वो उससे बहुत प्यार करने लगा था वो उसे कभी खोना नही चाहता था उसके प्यार धीरे धीरे 3 साल हो गये नेहा भी उससे बहुत प्यार करती थी ,वो उसे कभी खोना नही चाहती थी। वो दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे एक दिन लड़की ने अर्जुन से कहा कि मेरे पापा ने मेरी शादी करने का फैसला किया है मुझे कुछ समझ नही आ रहा है में क्या करू अर्जुन भी बहुत परेशान था, उसे भी समझ नही आ रहा था कि वो क्या करे उसने नेहा से कहा कि हमे पहले अपने घर वालो के बारे में सोचना चाहिए उन्होंने हमें इतना बड़ा किया हमे काबिल बनाया हैं , मै तुमसे हमेसा ऐसे ही प्यार करता रहूंगा तुम अपने पापा की बात मान लो नेहा ने कहा कि में तुम्हारे बगेर नही रह सकती में तुमसे बहुत प्यार करती हूँ अर्जुन ने कहा कि अगर तुम मुझसे प्यार करती हो तो मेरी बात भी जरुर मानोगी नेहा ने अर्जुन की बात मन ली और शादी के लिए तैयार हो गयी और कुछ ही दिनों में नेहा की शादी थी शादी के दिन अर्जुन खून के आंसू रोया था नेहा भी बहुत रोई थी नेहा की शादी हो गई और नेहा अर्जुन को छोड़कर चली गई अर्जुन उसकी यादो में पागल हो गया था वो हर वक़्त उसके बारे में सोचता रहता था अर्जुन हमेशा नेहा से प्यार करता था अर्जुन ने अपनी पूरी जिंदगी नेहा के नाम क्र दीअर्जुन ने नेहा से सच्चा प्यार किया था इसलिए उसने कभी शादी नही की और हमेशा नेहा से फर करता रहा।
अर्जुन और नेहा की प्रेम कहानी अधुरी रह गयी
अर्जुन आज भी नेहा से उतना ही प्यार करता था जितना की नेहा की शादी से पहले करता था शायद उनका मिलना किस्मत को मंजूर नही था।।।